“'नखीनाम्' अर्थात बड़े-बड़े नाखूनों वाले शेर और चीते आदि प्राणियों”

- चाणक्य

“जिन नदियों के पुश्ते अथवा तट पक्के नहीं, उन पर इसलिए विश्वास नहीं किया जा सकता”

- चाणक्य

“'शंगीणाम' अर्थात बड़े-बड़े सींग वाले सांड़ आदि पशुओं”

- चाणक्य

“बड़े-बड़े सींग वाले सांड़ आदि पशुओं का भी भरोसा नहीं है”

- चाणक्य

“शस्त्र धारण करने वालों”

- चाणक्य

“जिसके पास तलवार आदि कोई हथियार है, उसका भी भरोसा नहीं किया जा सकता”

- चाणक्य

“चंचल स्वभाव वाली स्त्रियों पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए।”

- चाणक्य

“राजा से संबंधित कुल वाले व्यक्तियों का विश्वास कभी नहीं करना चाहिए।”

- चाणक्य

चाणक्य के अनुसार ऐसे व्यक्ति का घर हमेशा सुखी रहता है।