“चाणक्य ने विद्यार्थियों के लिए कही हैरान करने वाली बात”

- चाणक्य

“चाणक्य के अनुसार यदि सुख की इच्छा हो तो विद्या अध्ययन छोड़ देना चाहिए।”

- चाणक्य

“और यदि विद्यार्थी विद्या सीखने की इच्छा करता है तो उसे सुख और आराम का त्याग कर देना चाहिए।”

- चाणक्य

“क्योंकि सुख चाहने वाले को विद्या प्राप्त नहीं हो सकती।”

- चाणक्य

“और जो विद्या प्राप्त करना चाहता है उसे सुख प्राप्त नहीं हो सकता।”

- चाणक्य

“विद्या प्राप्ति के समय विद्यार्थी को सुख-सुविधाओं की आशा नहीं करनी चाहिए।”

- चाणक्य

“यदि विद्यार्थी विद्या में पारंगत होना चाहता है तो उसे निरंतर अभ्यास करना पड़ता है।”

- चाणक्य

“जो सुख से नहीं हो सकता। क्या कठिनाई से मिलने वाली चीज मूलयवान नहीं होती”

- चाणक्य

चाणक्य के अनुसार ऐसे व्यक्ति का घर हमेशा सुखी रहता है।