- चाणक्य

“चाणक्य के अनुसार ऐसे लोगों की संगति न करें”

- चाणक्य

“बरे चरित्र वाले”

- चाणक्य

“अकारण दसरे को हानि पहुंचाने वाले”

- चाणक्य

“तथा गंदे स्थान पर रहने वाले व्यक्ति के साथ”

- चाणक्य

“जो पुरुष मित्रता करता है, वह जल्दी ही नष्ट हो जाता है”

- चाणक्य

“सभी साधु-संतों, ऋषि-मुनियों का कहना है कि”

- चाणक्य

“मनुष्य की भलाई इसी में है कि वह जितनी जल्दी हो सके, दुष्ट व्यक्ति का साथ छोड़ दे। ”

 चाणक्य ने विद्यार्थियों के लिए कही हैरान करने वाली बात