- चाणक्य
“सफलता के लिए इस प्रकार करें ये कार्य”
- चाणक्य
“तप अथवा किसी प्रकार की साधना का कार्य एक अकेला व्यक्ति ही अच्छा करता है”
- चाणक्य
“यदि दो छात्र मिलकर पढ़ें तो अध्ययन अच्छा होता है”
- चाणक्य
“गाने के लिए यदि तीन व्यक्ति मिलकर अभ्यास करते हैं, तो अच्छा रहता है।”
- चाणक्य
“इसी प्रकार यदि यात्रा आदि पर जाना हो तो कम-से-कम चार व्यक्तिों को जाना चाहिए।”
- चाणक्य
“खेती आदि कार्य ठीक प्रकार से चलाने के लिए पांच व्यक्तियों की आवश्यकता होती है”
- चाणक्य
“जबकि युद्ध में यह संख्या जितनी हो उतना अच्छा है।”
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