“चाणक्य ने अतीत और भविष्य के बारे में कही ये बातें।”

- चाणक्य

“जो बातें बीत चुकी हैं, उन पर शोक नहीं करना चाहिए”

- चाणक्य

“और भविष्य की भी चिंता नहीं करनी चाहिए।”

- चाणक्य

“बुद्धिमान लोग वर्तमान समय के अनुसार कार्य में लगे रहते हैं।”

- चाणक्य

“व्यक्ति को चाहिए वह बीती हुई बातों पर शोक करने में व्यर्थ समय न गंवाए।”

- चाणक्य

“उसे इस बात की भी चिंता नहीं करनी चाहिए कि आगे क्या होने वाला है।”

- चाणक्य

“अतीत हाथ से निकल चका है. तो भविष्य की केवल कल्पना की जा सकती है।”

- चाणक्य

“इसलिए बुद्धिमान व्यक्ति को वर्तमान स्थितियों के अनुरूप”

- चाणक्य

“अपने काम में लगे रहना चाहिए।”

- चाणक्य

पिता, रिश्तेदार और ब्राह्मण को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम।