“चाणक्य के अनुसार देर रात तक क्यों नहीं जगाना चाहिए”

- चाणक्य

“रात्रि विश्राम करने के लिए बनाई गई है।”

- चाणक्य

“चिकित्सा-विज्ञान के अनुसार इस समय शरीर में ऐसी रासायनिक क्रिया होती है”

- चाणक्य

“जो शरीर के स्वस्थ रहने के लिए उपयोगी है।”

- चाणक्य

“इसीलिए रात में समय पर सो जाना”

- चाणक्य

“शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभदायक है।”

- चाणक्य

“रात्रि को केवल योगी जागते हैं”

- चाणक्य

“जो प्रभु की प्रार्थना में लीन रहते हैं।”

- चाणक्य

चाणक्य के अनुसार व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु कौन है।