- चाणक्य

“चाणक्य के अनुसार सच्चा मित्र कौन है”

- चाणक्य

“किसी रोग से पीड़ित होने पर”

- चाणक्य

“दुख आने पर”

- चाणक्य

“अकाल पड़ने पर”

- चाणक्य

“शत्रु की ओर से संकट आने पर”

- चाणक्य

“राज सभा में यानी किसी मुकदमे आदि में फंस जाने”

- चाणक्य

“जो व्यक्ति श्मशान घाट तक साथ देता है”

- चाणक्य

“वास्तव में वही सच्चा बन्धु माना जाता है।”

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