- चाणक्य

“चाणक्य के अनुसार समय का दुरुपयोग क्यों नहीं करना चाहिए”

- चाणक्य

“चाणक्य के अनुसार काल यानि समय का दुरूपयोग करने वाला व्यक्ति अपना जीवन निर्विघ्न होकर नहीं गुजार सकता। ”

- चाणक्य

“जब मनुष्य समय का सही सदुपयोग नहीं करता तो उसे जीवन में अनेक बार हानि उठानी पड़ती है।”

- चाणक्य

“समय के संबंध में सब जानते हैं कि जो समय बीत जाता है उसे वापिस नहीं लौटाया जा सकता।”

- चाणक्य

“यदि समय का सदुपयोग है नहीं किया गया तो वह व्यर्थ जाता है।”

- चाणक्य

“मनुष्य के जीवन में एक एक पल का महत्त्व है।”

- चाणक्य

“इसलिए उसका सदुपयोग मनुष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।”

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