“चाणक्य के अनुसार सबसे बड़ा तप क्या है।”

- चाणक्य

“चाणक्य के अनुसार सत्य से बढ़कर कोई तप नहीं है”

- चाणक्य

“सत्य का अवलंबन ही इस संसार में सबसे अच्छी तपस्या है”

- चाणक्य

“सत्य का आचरण करने से मनुष्य पर अनेक संकट भी आ सकते हैं।”

- चाणक्य

“परंतु सत्याचरण से ही व्यक्ति उनसे विचलित नहीं हो सकता।”

- चाणक्य

“वह अनेक कष्ट उठाकर भी”

- चाणक्य

“सत्य का परित्याग नहीं करता।”

- चाणक्य

चाणक्य के अनुसार क्या करने से आयु और यश में वृद्धि होती है।